सांसद प्रतिनिधि अर्जुन सोनी ने स्टेटस में लगाया भाजपा के विरोध का पेपर कटिंग
शहडोल,भारत न्यूज टुडे।
जहां एक ओर अभी धनपुरी चुनाव का महासंग्राम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और वही इसी माह के अंतिम सप्ताह में ही बुढार, शहडोल के नगर पंचायत और नगरपालिका चुनाव भी संपन्न होने जा रहे हैं,अभी चुनावो की तारीख के साथ साथ प्रत्याशी भी अपना नामांकन फार्म भी भर रहे हैं और केवल 2 दिन ही शेष बचे है और उसके बाद नामांकन प्रक्रिया भी समाप्त हो जायेगी।
अभी चुनावो की सरगर्मी भी तेज नही हो पाई और भारतीय जनता पार्टी के ही पूर्व मंडल महामंत्री और वर्तमान में सांसद प्रतिनिधि अर्जुन सोनी ने अपने वाट्सअप स्टेटस में एक पेपर कटिंग लगाकर खुद को भारतीय जनता पार्टी से अलग बता रहे हैं,या शायद किसी के इशारे पर ऐसा स्टेटस जानबूझकर लगाया गया है की भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों पर एक राजनैतिक और सामाजिक दबाव बनाया जाए,ताकि वार्ड क्रमांक 1 से पार्षद रही पूर्व पार्षद को भाजपा टिकट ही न देवे।
इस चुनावी माहौल मैं सांसद प्रतिनिधि द्वारा इस प्रकार स्टेटस लगाकर खुद को पार्टी से अलग थलग बताकर क्या साबित करना चाहते हैं ये तो वक्त ही बताएगा,परंतु इस प्रकार मनगढ़ंत पेपरबाजी करवाकर भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता अर्जुन सोनी,अपने कनिष्ठ कार्यकर्ताओं को क्या सीख देना चाह रहे हैं।
क्या मंडल अध्यक्ष न बनने की खीझ निकाल रहे अर्जुन
वही अखबार की कटिंग में वार्ड क्रमांक 1 की पूर्व पार्षद सविता सिंह और उनके पति वीरभानसिंह पर हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल रखा है की खबर भी व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाकर रखी गई है ऐसे स्टेटस इस समय लगना एक जिम्मेदार कार्यकता को क्या शोभा देता है यह एक प्रश्नवाचक है….?
बात करते है सोशल मीडिया की तो बुढार नगर पंचायत चुनाव के तारीखों की घोषणा और वीरभान सिंह के बैदुल कादिर केश से अलग होने के बाद किसी भी हिंदू संगठनों द्वारा कोई भी आपत्ति नहीं जताई है और वैसे भी राजनैतिक गतिविधियों में हिंदू संगठनों का कोई भी ह्तक्षेप नही रहता है परंतु जहां हिंदू और हिंदुत्व की बात आती है तो हिंदू संगठन संपूर्ण ताकत के साथ सामने आता है,परंतु सविता सिंह या अन्य किसी भी के प्रत्याशी बनने पर अभी तक हिंदू संगठनों द्वारा कोई भी आपत्ति भाजपा जिलाध्यक्ष के पास नही की गई है।
एक हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी से बात करने पर कहा गया है हमारे संगठन किसी भी राजनीति का हिस्सा नहीं है और न ही हमारे कार्यकर्ता किसी भी राजनैतिक गतिविधियों में शामिल हैं,परंतु एक बात अवश्य है की भाजपा हमारा संवैचारिक संगठन है और भाजपा जिसे चाहे टिकट दे ये भाजपा का मामला है और यदि कांग्रेस से भी कोई प्रखर हिंदूवादी पार्षद चुनाव लड़ता है तो हम उसके लिए भी प्रचार करेंगे परंतु राजनैतिक नही सामाजिक,और यदि किसी व्यक्ति को अपनी गलती का एहसास हुआ है तो हमे क्या दिक्कत होगी टिकट देने का फैसला भाजपा का है न कि हमारा ।
आखिर कौन है अर्जुन का द्रोणाचार्य,जिसकी शह पर अर्जुन चला रहा तीर
वही अब देखना यह है की क्या भाजपा के पदाधिकारी पूर्व मंडल महामंत्री के ऐसे स्टेटस पर क्या कार्यवाही करते है या इस बात का पता लगाते है कि इस अर्जुन का द्रोणाचार्य कौन है..?
तो क्या इस प्रकार के समाचार क्या पेड न्यूज के अंतर्गत आते है यदि ये पेड न्यूज है तो ये दुष्प्रचार का मामला है और इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष और मंडल पदाधिकारियों को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।