अनूपपुर | कोरोना महामारी के बीच मध्यप्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, वैश्विक कोरोना महामारी से देश में जहां करोडो लोगो की नौकरियां पिछले 3 माह के भीतर जा चुकी है, वही इसका असर मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओं पर भी पड़ा है क्योकि प्रदेश में 2017 से पुलिस की कोई भर्ती नहीं कराई गयी और ना ही पिछले 2 सालो से अन्य कोई भी भर्ती प्रदेश सरकार द्वारा निकाली गयी जिससे लाखो युवा बेरोजगार हो चुके है।
इसी बात को देखते हुए प्रदेश की समाजसेवी संस्था “शुभं करोति कल्याणं युवक मंडल, समिति (साईंबाबा इन्फोटेक)” के माध्यम से ६ सूत्रीय मांग सभी बेरोजगार युवक-युवतियों के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नाम पर सभी 52 जिलों के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें कुछ युवक और युवतियों ने सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करते हुए अनूपपुर जिले के कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर जी को भी ज्ञापन सौंपा।
मध्यप्रदेश के सभी युवाओं की तरफ से “शुभं करोति कल्याणं युवक मंडल, समिति (साईंबाबा इन्फोटेक)” की प्रमुख मांगे
आपको बता दें कि प्रदेश में 24 विधानसभा क्षेत्रो में उपचुनाव बहुत जल्द होने वाले है, जिसको लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी कमर कस ली है और वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के सभी बेरोजगार युवा भी सरकार को घेरने का प्लान बना चुके है, जिसके तहत उनकी मांगे अगर उपचुनाव के आचार संहिता के पूर्व नहीं मानी जाती तो सभी युवा मिलकर इन 24 विधानसभा क्षेत्रों में नोटा को वोट देकर किसी भी पार्टी की सरकार प्रदेश में ना बन पाएं उसके लिए अपना अभियान चालू करेंगे।
मध्यप्रदेश के युवाओं ने डिजिटल प्रोटेस्ट के जरिये सरकार की नाक में पहले से दम करके रखा हुआ है। अभी हाल ही में प्रदेश के सभी बेरोजगार युवाओं ने मिलकर मध्यप्रदेश में पुलिस की भर्ती के नोटिफिकेशन जल्द जारी करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी (chouhanshivraj) को टैग करके #MPPoliceBharti2020 हैज टैग का प्रयोग करके २ घंटे के भीतर 20 हजार से ज्यादा ट्वीट किये, जिस वजह से यह हैज टैग मध्यप्रदेश में No. 1 ट्रेंड करने लगा। अगर इसी तरह से विरोध बढ़ता गया और समय रहते सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए भर्तियों के नोटिफिकेशन नहीं निकालें तो सरकार को इसका ख़मियाजा उपचुनाव में भुगतना पड़ सकता है और जिसका सीधा असर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पड़ेगा। अब यह देखने वाली बात है कि मुख्यमंत्री इस पर क्या फैसला लेते है लेकिन यह बात तो तय है कि इस बार के उपचुनाव में युवाओं के मैदान में उतरने के बाद बड़ा दिलचस्प होते जा रहा है।