अमलाई कोल साइडिंग के प्रदूषण के कारण हो रहा जन जीवन व्याकुल
– अमलाई इंदिरा नगर में कई वर्षों से कॉल साइडिंग का काला कारोबार चल रहा है जिससे आस पास के रहवासी को हो रहे गंभीर बीमारी कई मरीजों के गले का ऑपरेशन तक कराना पड़ा यह कोल साइडिंग का कारोबार अगर रहवासी स्थान से नही हटाया गया और बंद न कराया जाए तो आने वाले कुछ वर्षों के अंदर कैंसर तथा अन्य गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं कोल साईडिंग के वजह से आसपास के वातावरण प्रदूषित हो गया है। आला अधिकारी मोटी रकम लेकर इस मुद्दे को उठाने के बाद भी दबा देते हैं
प्रदूषण विभाग को किया गया शिकायत
आसपास के लोगों के द्वारा कई बार कोल साईडिंग को स्थानांतरित के लिए प्रदूषण विभाग शहडोल में गुहार लगाया गया लेकिन वहां पदस्थ आला अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं किए इसके आसपास जनता इस परेशानी का सामना कई वर्षों से कर रहे हैं लेकिन इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है। जनता का कहना है कि अगर इस कोल साईडिंग को यहां से नहीं हटाया गया तो आंदोलन करेंगे ग्रामवासी द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर कई बार शिकायत किया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसका मतलब हुआ कि यह कारोबार आला अधिकारी के मिलीभगत से चल रहा है।
फॉरेस्ट विभाग पर किया गया अतिक्रमण
सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि यह कोल वाशरी फारेस्ट की जमीन पर अतिक्रमण करके कोल साईडिंग बनाया गया है तथा वाटर स्प्रिंकलर नहीं होने के कारण यहां के लोडिंग अनलोडिंग से धूल के कणों से सड़कों तथा घरों में कई परतों में धूल जमा हो गया है जिसके कारण सड़कों पर जब कोई भी गाड़ियां गुजरती है तो सड़कों पर अंधेरा छा जाता है यहां के रहवासी बच्चों पर भी उनके विकास पर बुरा असर पड़ रहा है। जनता का कहना है इस कोल साईडिंग को नही हटाया गया तो हम आत्म दाह करेंगे।
नेताओं ने बटोरी भरपूर लक्ष्मी
पिछले वर्षों में भी कोल वाशरी अमलाई की भोली भाली जनता ने अपने अधिकारों और इस कोल प्रदूषण से मुक्त होने के लिए अनशन एवं प्रशासन से भी गुहार लगाई थी,परन्तु राजनेताओं की एंट्री ने अपने निजी स्वार्थ के लिए अपनी बकाया राशि का लेने का ऐसा खेल खेला कि जनता देखती रह गयी,अपने लाखों-करोड़ों की वसूली भी कर ली और जनता को बेवकूफ भी बना दिया गया,और जनता पुनः कोल वाशरी के प्रदूषण से मुक्ति के लिए फिर से गुहार लगाने को तैयार खड़ी है।