बुढ़ार। इंडिया न्यूज़ टुडे
आपने कहावत तो सुनी ही होगी कि “अंधेर नगरी और चौपट राजा” परन्तु क्या आपने कभी वो अंधेर नगरी और उस अंधेर नगरी के चौपट राजा को देखा है नही न..?
तो आइए हम दिखाते हैं आपको कहाँ है वो अंधेर नगरी, मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में बुढ़ार नामक तहसील के NDC College Burhar शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय बुढ़ार है और वहां की प्राचार्या महोदया श्रीमती गंगा मिश्रा इस नगरी की राजा हैं।
असल बात यह है कि बुढ़ार महाविधालय की प्राचार्या श्रीमति गंगा मिश्रा अपने केंद्र में कभी भी समय से नही पायी जाती हैं भारतीय समयानुसार महाविद्यालय में सुबह 11 से शाम 5 तक का समय का निर्धारण यूजीसी और मध्यप्रदेश शासन ने किया है।
समय पर उपलब्ध नहीं रहती प्राचार्या
महाविद्यालय की प्राचार्या कभी भी अपने समय 11 बजे से महाविद्यालय में कभी नही आती हैं जबकि किसी भी संस्था के मुख्यधारा को नियुक्ति के स्थान पर निवासरत होना जरूरी होता है ताकि आवश्यकता पड़ने पर कार्यायलीन गतिविधियो को सम्पन्न किया जा सके,परन्तु श्री मति मिश्रा ने जैसे ही इस चौपट नगरी की कमान सम्भाली वैसे सी इन पर किसी राजा महाराजा की छाया का प्रभाव आ गया और मैडम न समय से आना ही छोड़ दिया, और मैडम ने अपने हंसमुख अन्दाज में यह भी तय कर लिया कि हम आये कितने भी बजे परन्तु जाएंगे तो 5 बजे समय से ही,जिसे जो करना हो कर लेना,जबकि शासन के नियमानुसार महाविद्यालय का समय निर्धारित है,और मैडम समय से आये भी कैसे क्योंकि मैडम तो मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूर रहती हैं,तो भला समय से कैसे आ सकती हैं।
पुलिस लिखी गाड़ी का कर रहीं है दुरपयोग,डर जाते हैं छात्र
मैडम की एक और खासयित है कि मैडम अपने व्यक्तिगत वाहन में शहडोल से आती हैं और उनकी गाड़ी में बड़े शान से पुलिस का लेवल चिपका हुआ था जो आदर्श सेवा संहिता का खुलेआम मजाक उड़ाते नजर आता है क्योकि इसके आधार पर कोई भी शासकीय कर्मचारी या अधिकारी अपने व्यक्तिगत वाहन में पुलिस नही लिखा सकता है,शायद इसी पुलिस लिखे होने के कारण मैडम बार बार शायद भूल जाती होंगी कि मै पुलिस स्टेशन में नहीँ महाविद्यालय में नौकरी करती हूं जो कि गैर अनुशासनात्मक कार्यवाही के अंतर्गत आता है, मैडम का इसी बहाने दबंगई भी नजर आती है और देखने वाले पुलिस गाड़ी समझकर सलामी करते नजर आते हैं।