पुलिस भर्ती में चयन के लिए भीषण गर्मी में बहा रहे पसीना
(कोच डॉ.पंकज शर्मा सिखा रहे हैं चयन की तकनीकी और बारीकियां)
बुढ़ार | पुलिस विभाग में चयन के लिए पहले तो युवाओं ने घर और कोचिंग पर मेहनत की और लिखित परीक्षा को उत्तीर्ण कर अब भीषण गर्मी में सुबह और शाम जमकर पसीना बहा रहे हैं।
लिखित परीक्षा के बाद इन अभ्यर्थियों की अब फिजिकल की बारी है जिसकी तिथि भी आ चुकी है,फिजिकल के लिए 9 मई से अलग अलग स्थानों पर पुलिस भर्ती के लिए ग्राउंड का चयन किया गया है महाकौशल के अधिकतम जिलो का चयन जबलपुर में किया गया है। इस फिजिकल टेस्ट की तैयारी के लिए शहीद भगतसिंह फिजिकल एकेडमी सम्बद्ध शहीद भगतसिंह यूथ सोसाइटी एंड फाउंडेशन के निदेशक डॉ. पंकज शर्मा लगातार अभ्यर्थियों को कोचिंग दे रहे हैं और पुलिस फिजिकल का टेस्ट निकालने की तकनीकी और बारीकियां सिखा रहे हैं।
वहीं फिजिकल की तैयारी के लिए डॉ. पंकज शर्मा सुबह 5 बजे से 8 बजे तक और शाम 5 बजे से 7 बजे तक खुद अभ्यर्थियों के साथ पसीना बहा रहे हैं, पुलिस फिजिकल टेस्ट में 800 मीटर रनिंग,लम्बीकूद और गोलाफेंक की ट्रेनिंग और बारीकियों को सिखाकर टेस्ट में चयन हेतु प्रेरित भी करते है अभी लगभग 28 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं जिनमे 14 पुलिस आरक्षक भर्ती,6 एसएससी सीआईएसएफ आरक्षक,1 एनडीए के फिजिकल टेस्ट और 7 बच्चे फिटनेस की तैयारी कर हैं।
कॉलेज ग्राउंड बुढ़ार में अभ्यार्थी 4 घण्टे बहा रहे पसीना
खाकी की चाह और युवाओं का जुनून इस तरह है कि इतनी गर्मी में भी लगातार 56 दिन से सुबह 5 से 8 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक दमखम के साथ मेहनत कर रहे हैं और पसीना बहा रहे हैं। जितना जोश युवाओं में हैं उतना ही जोश युवतियों में भी देखने को मिल रहा है, और शहीद भगतसिंह ट्रेनिंग एकेडमी द्वारा लगभग 8 वर्षो से लगातार निःशुल्क ट्रेनिंग दे रहा है साथ ही आधा सैकड़ा से ज्यादा चयन दे चुके हैं।
ये दे रहे हैं प्रशिक्षण
फिजिकल टेस्ट हेतु शहीद भगतसिंह फिजिकल एकेडमी बुढ़ार के डॉ.पंकज शर्मा द्वारा लगातार कई वर्षों से निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है ज्ञात हो कि डॉ. पंकज शर्मा संभाग के एकलौते ऐसे कोच हैं जिन्होंने फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स से पीएचडी ( इंटरवल ट्रेनिंग) जीटीएमटी से पीएचडी की है और मॉर्डन ट्रेंड्स आफ स्पोर्ट्स ट्रेनिंग से एमफिल करते हुए डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स कोचिंग से डिप्लोमा भी किया है।
डॉ पंकज शर्मा बताते हैं कि हम जो ट्रेनिंग कराते हैं वो वैज्ञानिक विधि,योजनाबध्द तरीके से, चक्रीय सिद्धान्त के साथ नियमित ट्रेनिंग कराते हैं, हा ये बात जरूर है कि ट्रेनिंग के दौरान थोड़ी बहुत इंज्यूरी होती हैं परन्तु खिलाड़ी जल्द ही रिकवरी कर रहे हैं।
नहीं है मूलभूत सुविधा,फिर भी रिजल्ट शत प्रतिशत
यदि आप ट्रेनिंग सेंटर का जायजा लेंगे और ट्रेनिंग का स्तर देखेंगे तो आपको नेशनल लेवल और इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग का एहसास होगा,क्योकि ट्रेनिंग एक विशेष सायकल के अनुसार चलती है जिससे इन ट्रेनीज की गामक क्षमताओं का विकास होता है,जिसके अंतर्गत एंड्यूरेन्स,स्ट्रेंथ,फ्लेक्सबिलिटी,स्पीड और को ऑर्डिनेशन योग्यता का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि इस निःशुल्क ट्रेनिंग सेंटर का आज तक कोई भी शासकीय सहायता प्राप्त नही है और न ही कोई ट्रेनिंग के लिए अच्छा ग्राउंड है,फिर भी इस ट्रेनिंग सेंटर से आज तक किसी भी ट्रेनीज का फिजिकल टेस्ट नही रुका है या यू कहे कि इस ट्रेनिंग सेंटर के परिणाम शत प्रतिशत हैं। कोच का कहना है कि यदि हमें सुविधा मिल जाये हम नेशनल लेवल की खिलाड़ी तैयार कर सकते हैं।
सालों से कर रहे हैं तैयारी,चयन लेना पहली जिम्मेदारी
कालेज ग्राउंड बुढ़ार में ले रहे प्रशिक्षण सन्दीप शर्मा ने बताया कि 2017 के बाद पुलिस आरक्षक और सबइंस्पेक्टर की भर्तियां नहीं आयी थी, हम युवाओ का मन बहुत व्यथित था परन्तु 2021 में आई भर्ती से मन मे खुशी आयी और लिखित परीक्षा की उत्तीर्ण कर हमने अब फिजिकल की तैयारी लगभग 2 माह से डॉक्टर पंकज शर्मा के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रहे हैं और मेरा केवल अंतिम चयन ही एक उद्देश्य है।